माँ क्या है
माँ एक अहसास जो अपने आप में पूरी दुनिया है
माँ एक प्यारा रिश्ता
माँ का आंचल बरगद की छाया है जिसमें सुकून है
माँ शिक्षक और पाठशाला है
माँ ममता की मूरत है
माँ पूजनीय है
माँ हर दुःख का सामना करती है पर बच्चे को आंच नहीं आने देती
माँ खुद भूखी रहती है पर बच्चे का पेट भरती है
माँ वो शब्द है जो हर सुख और दुःख में बालक के मुख से निकलता है
माँ का स्थान ईश्वर के समान है इसलिए हमे माँ का आदर और सम्मान करना चाहिए
पर देखने में आया है कि कुछ लोग माँ का सम्मान नहीं करते, जिस माँ ने उसे जिंदगी दी, उसको इस संसार में जीने लायक बनाया उसी माँ को बोझ मान कर बुढ़ापे में अकेला छोड़ देते है
माँ ने अपनी जिमेदारी निभायी अब आपकी बारी है.
माँ को कुछ नहीं चाहिए सिर्फ आपका साथ चाहिए
माँ नहीं होती तो हम भी नहीं होते इसलिए उसका मान सम्मान कीजिये
माँ एक अहसास जो अपने आप में पूरी दुनिया है
माँ एक प्यारा रिश्ता
माँ का आंचल बरगद की छाया है जिसमें सुकून है
माँ शिक्षक और पाठशाला है
माँ ममता की मूरत है
माँ पूजनीय है
माँ हर दुःख का सामना करती है पर बच्चे को आंच नहीं आने देती
माँ खुद भूखी रहती है पर बच्चे का पेट भरती है
माँ वो शब्द है जो हर सुख और दुःख में बालक के मुख से निकलता है
माँ का स्थान ईश्वर के समान है इसलिए हमे माँ का आदर और सम्मान करना चाहिए
पर देखने में आया है कि कुछ लोग माँ का सम्मान नहीं करते, जिस माँ ने उसे जिंदगी दी, उसको इस संसार में जीने लायक बनाया उसी माँ को बोझ मान कर बुढ़ापे में अकेला छोड़ देते है
माँ ने अपनी जिमेदारी निभायी अब आपकी बारी है.
माँ को कुछ नहीं चाहिए सिर्फ आपका साथ चाहिए
माँ नहीं होती तो हम भी नहीं होते इसलिए उसका मान सम्मान कीजिये