Saturday 25 February 2017

सहनशीलता

कल एक न्यूज़ देखी कि छोटे से विवाद में कुछ लड़को ने एक लड़के की नाक काट दी
मैं सोचने पर मजबूर हुई कि आज हमारा समाज किस दिशा में जा रहा है ?
छोटी छोटी सी बातो पर हम अपना संयम खो देते है.
क्या किसी की जिंदगी से इस तरह खेलना  ठीक है. इस सबसे हमको क्या हासिल होता है?
क्या हम अपने ऊपर संयम नहीं कर सकते?
अगर हम इस आक्रोष को किसी सकारात्मक कार्य में इस्तेमाल करे तो हम समाज के लिए कुछ अच्छा काम कर सकते है/
प्लीज सोचिए!
अपने आक्रोष को सर्जनात्मक कार्य में ही इस्तेमाल करे और समाज के काम आये।
सहनशीलता मानव का एक गुण है जो सिर्फ उसी के पास है प्लीज इस पर अमल कीजिये।




Jeevan Ek kavita

4 comments:

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  2. Very positive msg for the young ppl.. logo ko ish disha mai sochna chahiye 😊👌

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  3. Very well said mam...अपने आक्रोष को सर्जनात्मक कार्य में ही इस्तेमाल करे और समाज के काम आये।
    सहनशीलता मानव का एक गुण है जो सिर्फ उसी के पास है प्लीज इस पर अमल कीजिये

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