Monday 3 April 2017

सिंघाड़े के आटे की दही कतली

भारत में व्रत की परंपरा सदियों से है। व्रत कई तरह के होते हैं- कुछ व्रत ऐसे होते हैं जिनमें पानी तक नही पिया जाता है जैसे कि, करवा चौथ। कुछ व्रत ऐसे होते हैं जिनमे खाली फलाहार खाया जाता है, जैसे कि- जन्माष्टमी, नवरात्रि, एकादशी आदि ---
आजकल नवरात्रि पर्व चल रहा है। आप श्रद्धा से व्रत रखें और बनाए फलाहारी खाना अपने परिवार के लिए। 
आज मैं आपके साथ शेयर कर रही हूँ सिंघाड़े के आटे की दही कतली। इसको बनाने के लिए 


सामग्री 


१ कप सिंघाड़े का आटा 
२/५ कप पानी 
३ टेबल स्पून देसी घी
१/४ चम्मच जीरा
सेंधा नमक स्वादानुसार
काली मिर्च स्वादानुसार
१ चम्मच हरी मिर्च बारीक कटी हुई
२ कप दही
१/४ चम्मच भुना हुआ जीरा पाउडर
लाल मिर्च स्वादानुसार
इमली की मीठी सोंठ
हरी चटनी
१ चम्मच हरा धनिया बारीक हुआ


विधि


गैस पर एक नॉनस्टिक पैन रखें, गर्म होने पर घी डाले। घी के गर्म होने पर जीरा भून लें । आटा डाल कर मध्यम आँच पर सुनहरा होने तक भून लें। अब इसमें पानी मिला कर गाढ़ा होने तक पकाये इसी समय इसमें हल्का सेंधा नमक, काली मिर्च और हरी मिर्च भी मिला दें। एक थाली में घी लगा कर चिकना कर ले। सिंघाड़े के मिश्रण को इसपर फैला दे। ठंडा होने पर कतली या बर्फी की शेप में काट लें।
एक बाउल में दही दाल कर अच्छे से फेंट लें। दही में भुना हुआ जीरा पाउडर, लाल मिर्च और सेंधा नमक मिक्स कर लें। सर्विंग डिश में कतली सजा दें ऊपर से दही डाले। मीठी सोंठ, हरी चटनी और हरे धनिये से गार्निश करके सर्व कीजिये।
सिंघाड़े के आटे की दही कतली के साथ व्रत को एन्जॉय कीजिये.


जीवन एक कविता












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