Tuesday 21 March 2017

विवाह

विवाह वह सामाजिक एवं धार्मिक प्रकिया जिसमें स्त्री एवं पुरुष को पति-पत्नी के रूप में मान्यता मिलती है।
विवाह क्या है ? विवाह कितने प्रकार के होते है ? कैसे होते है ? इन सब पर मैं बात नहीं करुँगी क्योंकि हर धर्म और जाति में विवाह के अलग अलग रूप हैं। सभी अपने धर्म की रीति रिवाजो के अनुसार विवाह बंधन में बंधते है। आजकल पारंपरिक विवाह रीति के साथ ही कोर्ट मैरिज भी अनिर्वाय हो गयी है। विवाह एक इंस्टीटूशन है। विवाह एक पवित्र एवं मधुर बंधन है जिसमें कटुता के लिए कोई जगह नहीं है। भारतीय समाज में विवाह केवल दो लोगो का नहीं बल्कि दो परिवारों का मिलन है। ये मिलन प्यार और विश्वास की नींव पर होना चाहिए। परन्तु देखने में आया है विवाह आज व्यापार बन गया है। अगर आप अपनी लड़की के लिए लड़का देख रहे तो सबसे पहले आपसे पूछा जाता है कि आप शादी में कितना पैसा खर्च करेंगे। लड़की की योगिता , उसकी पढ़ाई ,उसका स्वभाव ,उसका काम कोई मान्यता नहीं रखता सिवाय पैसे के। अगर लड़की के पिता के पास लाखों करोड़ो नहीं है तो क्या वह शादी से वंचित रह जाएगी ? आज एक लड़की का पिता इसी चिंता में रहता है कि उसके पास पैसा नही है तो वो शादी कैसे करेगा ? अपनी सारी जमा पूँजी लड़की को योग्य बनाने में लगा दी सोचा था की लड़की पढ़ लिख जाएगी ,कमाने लग जाएगी तो अच्छा लड़का मिल जायेगा। पर उसे क्या पता था कि शादी के लिए पैसा चाहिए। ये सब देख कर लगता है कि हमारा समाज विशेष रूप से युवा वर्ग कहाँ जा रहा है। आज हमारा समाज
जितनी उन्नति कर रहा है उतना ही पीछे भी जा रहा है। विवाह को लेकर हमारी सोच वही की वही है। हमारी पढ़ाई का क्या फायदा जब हमारी सोच ही छोटी है। अपनी सोच का दायरा बड़ाइये। सोचिये उस पिता के बारे में जो पाल पोस कर अपनी बेटी को बड़ा करता है और एक दिन उसे हमेशा के लिए किसी और को सोंप देता है। अगर आपको अपने बेटे को विदा काना पड़े तो कैसे लगेगा।  हमे तो थैंकफुल होना चाहिए उस पिता का जो अपनी लड़की को विदा करता है। मैं जानती हूँ कि आज समाज में बदलाव आ रहा है पर वो बहुत कम है। यही कारण है आज लड़कियों की शादी आसान नहीं है। अगर लड़के लड़किया अपने आप पसंद कर लेते है तो ठीक है अन्यथा आसान नहीं है।
मेरा निवेदन है सभी माता-पिता से कि इस बारे में सोचे और अपने लड़को को भी बताये की विवाह एक पवित्र रिश्ता है जिसमें पैसे के लिए कोई जगह नहीं है। युवा वर्ग को आगे आने की जरूरत है वही इसमें बदलाव ला सकता है। जरूरत है एक कदम उठाने की क्योंकि हर लड़की का हक है की उसे भी एक सच्चा जीवनसाथी मिले। प्लीज सोचिये और अमल कीजिये।


जीवन एक कविता 

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